Easy Returns
Easy Returns
Return within 7 days of
order delivery.See T&Cs
1M+ Customers
1M+ Customers
Serving more than a
million customers worldwide.
25+ Years in Business
25+ Years in Business
A trustworthy name in Indian
art, fashion and literature.

रेखाचित्र संस्मरण एवम् डायरी- Sketches Memoirs and Diary

$24
Specifications
HBD157
Author: Shivchandra Nagar
Publisher: Garima Prakashan, Muradabad
Language: Hindi
Edition: 2001
Pages: 108
Cover: HARDCOVER
8.50 X 6.00 inch
220 gm
Delivery and Return Policies
Usually ships in 3 days
Returns and Exchanges accepted with 7 days
Free Delivery
Easy Returns
Easy Returns
Return within 7 days of
order delivery.See T&Cs
1M+ Customers
1M+ Customers
Serving more than a
million customers worldwide.
25+ Years in Business
25+ Years in Business
A trustworthy name in Indian
art, fashion and literature.
Book Description
पुस्तक परिचय
रेखाचित्र, संस्मरण एवम् डायरी मुरादाबाद से इलाहाबाद, इलाहाबाद से महाराष्ट्र एवम् पुनः महाराष्ट्र से मुरादाबाद की यात्रा पूर्ण करने के उपरान्त भी ये संस्मरण, रेखाचित्र एवम् डायरी के पृष्ठ उत्तने ही सशक्त हैं एवम् सरस हैं जितने उस समय ये जब ये लिखे गये थे। साहित्य का शाश्वत सुंदर लगने याला तत्व इनमें आद्योपान्त विद्यमान है इसी से मैंने बापू, किशोरी लाल मश्रूवाला, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, जैनेंद्र कुमार, के. एम. मुंशी, लीलावती मुंशी, बनफूल, बृजलाल बियाणी, पं. माखनलाल चतुर्वेदी एवम् मैथिलीशरण गुप्त के बारे में श्रीयुत नागर जी द्वारा विरचित इन रेखाचित्रों में संस्मरणों को साहित्य के प्रांगण में प्रवेश कराने का प्रयास किया गया है। इन पृष्ठों का मैंने अनेक बार अध्ययन, मनन् एवम् चिन्तन किया है तथा प्रत्येक बार यह अनुभव किया है कि हिन्दी साहित्य की यह अनुपम निधि यदि प्रकाश में न आयी तो निश्चय ही साहित्य की क्षति होगी। भारतीय साहित्य एवम् संस्कृति के अमर साधकों के संबंध में विद्वान लेखक के संस्मरण तथा रेखाचित्र नयी पीढ़ी के साहित्य निर्माताओं एवम् अध्येताओं के लिए ज्ञान के ऐसे प्रेरणादायी सोपान हैं जो आगामी मानवता के लिए और अधिक योगदान करने में सफल होंगे।

रेखाचित्र का रेखाचित्र लिखने वाले लेखक श्री शिवचंद्र जी नागर की लेखनी से लिखे गए रेखाचित्र एवम् संस्मरण साहित्यिक कसौटी पर तो सफल हैं साथ ही लेखक की लेखन क्षमता एवम् दक्षता के परिचायक हैं तथा उनसे तादात्मय स्थापित करने एवम् परकाया प्रवेश कर दूसरे के मनोभावों को ग्रहण कर अभिव्यक्त करने की कला के संवाहक भी हैं।

डायरी-लेखन नितांत व्यक्तिगत विधा है परन्तु जब कोई लेखक व्यक्तिगत स्तर से ऊपर उठ कर समाज, साहित्य एवम् संस्कृति के संबंध में अपने विचारों एवम् प्रतिक्रियाओं को कलात्मक स्तर पर प्रस्तुत करता है, तब डायरी का अंग बन जाती है।

श्रीयुत नागर जी द्वारा इलाहाबाद में अध्ययनकाल में भारतीय संस्कृति के निर्माताओं के संबंध में अपने भावों एवम् विचारों को अपनी साहित्यिक डायरी के पृष्ठों में अंकित किया गया है जिसमें महीयसी महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, उपेन्द्र नाथ 'अश्क', शान्तिप्रिय द्विवेदी, डा. रघुवंश, श्री गंगाप्रसाद पांडेय, मैथिलीशरण गुप्त, विश्वम्भर मानव, नृत्यकार उदयशंकर, श्रीमती लीलावती मुंशी, हीरानंद वात्सयायन 'अज्ञेय', रामकुमार वर्मा, श्रीमती विद्यावती कोकिल, लेनिन, स्टालिन, रवीन्द्रनाथ टैगोर, जगदीश गुप्त, धर्मवीर भारती, इलाचंद जोशी एवम् रामधारी सिंह दिनकर आदि का यथास्थान उल्लेख हुआ है तथा महादेवी, पंत एवम् निराला के प्रदेय के संबंध में विशेष रूप से चर्चा हुई है। डायरी के पृष्ठ बहुत कम हैं। यदि और पृष्ठ लिखे जाते तो निश्चय ही हिन्दी साहित्य की और अधिक सेवा होती। त्रिवेणी के तट पर विरचित साहित्य के इन अमर शब्दों में भाषा एवम् भाव के सुंदर संगम का आनंद प्राप्त कर हृदय का परिमार्जन करने हेतु मैं प्रत्येक पाठक का स्वागत करता हूँ, आह्वान करता हूँ, निमंत्रण करता हूँ। पुस्तक साहित्य की धरोहर है। सभी पृष्ठ आकर्षक, सुंदर, सजीव एवम् सरल हैं तथा पाठक को आद्योपांत अपने पार्श्व में बांधने में सफल हैं। भारतीय साहित्य के निर्माण में उस युग के योगदान का सुंदर दस्तावेज हैं। अनुपम निदर्शन हैं। संक्षेप में पुस्तक संग्रहणीय है। हिन्दी जगत में प्रथम बार प्रस्तुत है, मौलिक है, अभिनंदनीय है।

लेखक परिचय
लेखक परिचय नाम-शिवचन्द्र नागर, पिता स्व. पं. विशनचन्द्र नागर, जन्म स्थान-मीरापुर मुजफ्फर नगर, उ. प्र., जन्मतिथि 31 मार्च 1936, शिक्षा-मीरापुर, जानसठ मुरादाबाद एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.ए. एल.एल.बी.। प्रकाशित रचनायें- 'प्रणय-गीत', (गद्य काव्य), ज्योत्सना' (कविता संग्रह), म. प्र. शासन द्वारा पुरुस्कृत 'उर्मि' गीत संग्रह, हिन्दी में संस्कृत, बंगला, गुजराती, मराठी भाषा की अनेक कृतियों का अनुवादं, 'कथाचक्र' विदर्भ के प्रतिनिधि कहानीकारों का संकलन, हिंदी साहित्य में अग्रगण्य मासिक 'प्रवाह' तथा 'मातृभूमिः' मराठी दैनिक का सम्पादन। नागपुर विद्यापीठ के अधि ाष्ठाता (डीन) व सीनेट सदस्य, विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के साहित्य मन्त्री तथा आकाशवाणी, भारत के अनुबंधित गीतकार एवं वार्ताकार। सदस्य- राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा, सदस्य-विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन, नागपुर, वरिष्ठ सदस्य महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई, अनेक शैक्षणिक संस्थाओं के संस्थापक तथा मराठी भाषी क्षेत्र में हिन्दी के प्रचार-प्रचार हेतु समर्पित साहित्यकार।

भूमिका
सत्साहित्य वस्तुतः ऐसा शिव मन्दिर है जिसमें प्रवेश कर मानव मन का परिमार्जन तो होता ही है आत्मा का भी उत्कर्ष होता है, अज्ञान की कालिमा दूर होती है और विशेष बात यह है कि एक विशेष प्रकार की अलौकिक शान्ति मिलती है जो अन्यत्र दुर्लभ है। सत्साहित्य से मानवीय मूल्यों की वर्षा होती है, स‌द्भावों का संचार होता है और उसका अध्येयता सुसंस्कारो से सम्पृक्त होकर सम्पूर्ण समाज के कल्याण में सहायक होता है। वास्तव में जब तक विश्व को अपने कल्याण की कामना है, सुसस्कारों की उपयोगिता एवं आवश्यकता है तक तक सत्साहित्य समष्टि के संस्कारो के निर्माण में सहायक होता रहेगा। सत्साहित्य का अध्येयता संस्कारवान व्यक्तियों के जीवन के सम्बन्ध में जानकर अपने में सद्‌गुणों का विकास तो करेगा ही आगामी मानवता के सांस्कृतिक एवं सौहार्दपूर्ण परिवेश के निर्माण में भी योगदान करेगा। इस दृष्टि से यदि 'रेखाचित्र संस्मरण और डायरी' पुस्तक का अवलोकन करें तो यह ग्रन्थ साहित्य के देवताओं की विविध प्रतिमाओं से विभूषित एक ऐसा मन्दिर है जिनके दर्शन मात्र से दर्शक भाव विभोर हो उठता है और यदि उसने मूर्तियों में छिपे भावों को पढ़ लिया तो निश्चित रूप से यह भाव पाठक के मन को परिमार्जित कर सत्यम् शिवम सुन्दरम् की ओर अग्रसर करेंगे।

Frequently Asked Questions
  • Q. What locations do you deliver to ?
    A. Exotic India delivers orders to all countries having diplomatic relations with India.
  • Q. Do you offer free shipping ?
    A. Exotic India offers free shipping on all orders of value of $30 USD or more.
  • Q. Can I return the book?
    A. All returns must be postmarked within seven (7) days of the delivery date. All returned items must be in new and unused condition, with all original tags and labels attached. To know more please view our return policy
  • Q. Do you offer express shipping ?
    A. Yes, we do have a chargeable express shipping facility available. You can select express shipping while checking out on the website.
  • Q. I accidentally entered wrong delivery address, can I change the address ?
    A. Delivery addresses can only be changed only incase the order has not been shipped yet. Incase of an address change, you can reach us at help@exoticindia.com
  • Q. How do I track my order ?
    A. You can track your orders simply entering your order number through here or through your past orders if you are signed in on the website.
  • Q. How can I cancel an order ?
    A. An order can only be cancelled if it has not been shipped. To cancel an order, kindly reach out to us through help@exoticindia.com.
Add a review
Have A Question
By continuing, I agree to the Terms of Use and Privacy Policy
Book Categories