हमारे परम आराध्यतम नित्यलीला प्रविष्ट ॐ विष्णुपाद अष्टोतरशत्त श्री श्रीमद् ए. सी. भक्तिवेदांत स्वामी श्रील प्रभुपाद की असीम कृपा से 'श्रीगोविंददेव-जयपुर के देवादिदेव' नामक इस पुस्तिका को श्रद्धालु पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए मैं अपार प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूँ।
जयपुर में विराजमान श्री गोविंददेव जयपुर के ही नहीं वरन अनंत कोटि ब्रह्माण्डों के महानायक हैं। प्रस्तुत पुस्तिका में हमने श्रीगोविंद देव के दर्शन के समय, उनकी पूजा विधि (हरिनाम जप), उनके श्रृंगार, वस्त्र, उत्सव आदि का भी वर्णन किया है। श्रील रूप गोस्वामी द्वारा अन्वेषित श्रीगोविंददेव की, वृंदावन में राजा मानसिंह द्वारा भव्य मंदिर बनवाने से लेकर जयपुर तक पधारने की, चिरकालीन यात्रा का संक्षिप्त वर्णन भी हमने इस लघु पुस्तिका में किया है। साथ ही हमने उन्हें प्रसन्न करके मनुष्य जीवन को सफल बनाने की विधि का भी वर्णन किया है। आशा करते हैं कि इस लघु पुस्तिका के अध्ययन के बाद आपके श्रीगोविंददेव दर्शन सफल होंगे और आप उनकी प्रेममयी सेवा में रुचि उत्पन्न कर पाएंगे।
Hindu (हिंदू धर्म) (12690)
Tantra ( तन्त्र ) (1023)
Vedas ( वेद ) (706)
Ayurveda (आयुर्वेद) (1905)
Chaukhamba | चौखंबा (3356)
Jyotish (ज्योतिष) (1466)
Yoga (योग) (1098)
Ramayana (रामायण) (1385)
Gita Press (गीता प्रेस) (734)
Sahitya (साहित्य) (23171)
History (इतिहास) (8262)
Philosophy (दर्शन) (3394)
Santvani (सन्त वाणी) (2591)
Vedanta ( वेदांत ) (120)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist