भगवती प्रत्यंगिरा का प्रयोग शत्रु निग्रह, अभिचारिक कर्मो के संपादन एवं शत्रुओं द्वारा किये गए अहितकारी कृत्यों को नष्ट करने के लिए अत्यंत शक्तिशाली, तीव्र और निश्चित सफलता प्रदान करने वाला है ! इसकी यह भी विशेषता है की यह शत्रुओं का शमन ही नहीं करती है वरन उनकी शत्रुता का शमन करके उनके मन में बसी वैमन्सयता की भावना को भी नष्ट करते है! भयंकरतम महाभय उपस्थित होने पर, ग्रह-बढ़ा उत्पन्न होने पर, राज्य-पक्ष की और से विपत्ति आने पर इस विद्या के पथ, जप आदि करने से व्यक्ति के सर्वाभीष्ट सिध्द होते है!
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