Look Inside

सरोजिनी नायडू (जीवन एवं कृतित्व): Sarojini Naidu (Life and Works) (An Old and Rare Book)

FREE Delivery
Express Shipping
Only 1 available
$30
$40
(25% off)
Express Shipping: Guaranteed Dispatch in 24 hours
Delivery Ships in 1-3 days
Item Code: HBE148
Author: Rachna Singh
Publisher: Rishi Publications, Varanasi
Language: Hindi
Edition: 1991
ISBN: 8185193096
Pages: 237
Cover: HARDCOVER
Other Details 9x6 inch
Weight 364 gm
Book Description
प्राक्कथन

भारतीय राष्ट्रीय संघर्ष को प्रबल और सशक्त बनाने, सामाजिक नवजागृति ताने और बौदिक कोलाहल को तीव्र करने में सरोजिनी नायडू ने जैसी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी उसका समूचा और व्योरेवार विवरण इस पुस्तक में उपलब्ध कराया गया है। यह मूलतः सरोजिनी नायडू का जीवन चरित है। इसमें उनके बहुआयामी व्यक्तित्व का अध्ययन ऐतिहासिक दृष्टि से किया गया है। विद्वान लेखिका ने यह प्रतिपादित किया है कि एक प्रबुद्ध साहित्य- कार के रूप में उभरी इस असाधारण महिला ने जीवन के आरम्भिक वर्षों में ही राष्ट्रीय जन-जागरण के महत्व को समझा और पूरे उत्साह और मनोयोग से वह लगातार राष्ट्रीय उत्थान के कार्य में जुटी रही। सरोजिनी नायडू के जीवन से यह प्रमाणित होता है कि वीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द में राष्ट्र को नेतृत्व प्रदान करने का साहसिक कार्य किस प्रकार के सुयोग्य व्यक्तियों ने किया। इससे यह भी साबित होता है कि निस्वार्थ सेवाभाव से ये प्रणेता आगे आये और उन्होंने देश को स्वतंत्र कराने के कार्य को सर्वोच्च महत्व दिया। तत्कालीन परिस्थितियों में सरोजिनी नायडू तथा उनके समान अनेक राष्ट्र नेताओं को कष्ट उठाने पड़े, यातनाएं सहनी पड़ीं तथा अपने निर्धारित कार्य, पेशे और अभिरुचि को प्रायः भुलाना भी पड़ा।

डा० श्रीमती रचना सिंह ने जहाँ एक ओर सरोजिनी नायडू के साहित्यिक जीवन पर प्रकाश डाला है, कवयित्री के रूप में उनकी रचनाओं के महत्व को सराहा है वहीं दूसरी ओर उनके राजनीतिक जीवन की सविस्तार समीक्षा करते हुए यह स्पष्ट किया है कि किस प्रकार भावनाओं के संसार में रहते हुए भी इस विदुषी ने लगातार राष्ट्रीय स्वातंत्र संघर्ष में भाग लिया। लेखिका ने आरब्ब में सरोजिनी नायडू के पारिवारिक जीवन और देश तथा विदेश में उनकी शिक्षा की चर्चा करते हुए उनकी साहित्यिक अभिरुचियों का विवरण दिया है। सरोजिनी नायडू के जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ उस समय आया जब उन्होंने बंगाल विभाजन से उपजी राजनीतिक चेतना से प्रभावित होकर राजनीतिक संघर्ष में भाग लेने का निश्चय किया और एक बार जो कदम आगे बढ़ाया वह कभी पीछे नहीं मोड़ा। यह उनकी चारित्रिक दृढ़ता को प्रकट करता है, उनकी प्रतिबदता को सिद करता है और प्राणपण से राष्ट्र सेवा के भाव को प्रमाणित करता है।

Frequently Asked Questions
  • Q. What locations do you deliver to ?
    A. Exotic India delivers orders to all countries having diplomatic relations with India.
  • Q. Do you offer free shipping ?
    A. Exotic India offers free shipping on all orders of value of $30 USD or more.
  • Q. Can I return the book?
    A. All returns must be postmarked within seven (7) days of the delivery date. All returned items must be in new and unused condition, with all original tags and labels attached. To know more please view our return policy
  • Q. Do you offer express shipping ?
    A. Yes, we do have a chargeable express shipping facility available. You can select express shipping while checking out on the website.
  • Q. I accidentally entered wrong delivery address, can I change the address ?
    A. Delivery addresses can only be changed only incase the order has not been shipped yet. Incase of an address change, you can reach us at help@exoticindia.com
  • Q. How do I track my order ?
    A. You can track your orders simply entering your order number through here or through your past orders if you are signed in on the website.
  • Q. How can I cancel an order ?
    A. An order can only be cancelled if it has not been shipped. To cancel an order, kindly reach out to us through help@exoticindia.com.
Add a review
Have A Question

For privacy concerns, please view our Privacy Policy

Book Categories