'मनुष्य-पथ' उपन्यास आपके हाथों में सौंपते समय हमें हर्ष है कि नवयुवकों व किशोरों के लिए समर्पित हमारी यह प्रकाशन माला पाठकों को वह लाभ दे पा रही है जिसको ध्यान में रखकर इसका शुभारंभ किया गया था। पाठको से प्राप्त होने बाले ढेर सारे प्रशंसा पत्र इस तथ्य की सत्यता प्रमाणित कर रहे है।
'मनुष्य-पथ' इस प्रकाशन माला का छठा दीप है। इस उपन्यास को हमने किशोरों व नवयुवकों की राष्ट्रीय भावना तथा मानवता को धार देने के उद्देश्य से प्रकाशित किया है। राष्ट्रीयता और मानवता मनुष्य जाति के आभूषण है। जिस धरती की गोद में जन्म लेकर, जिसका अन्न-जल ग्रहण कर हम पलते-बढ़ते हैं उसके प्रति हमारी निष्ठा का प्रथम स्थान पर होना गर्व की बात भी है और कत्र्तव्य की भी। मनुष्य होने के नाते मानवता को समझना तथा मानवीय मूल्यों को अपने मे धारण कर समूची मनुष्य जाति के कल्याण के लिए अग्रसर होना एक सकारात्मक प्रयास है।
For privacy concerns, please view our Privacy Policy
Hindu ( हिंदू धर्म ) (12491)
Tantra ( तन्त्र ) (986)
Vedas ( वेद ) (705)
Ayurveda ( आयुर्वेद ) (1890)
Chaukhamba | चौखंबा (3352)
Jyotish ( ज्योतिष ) (1442)
Yoga ( योग ) (1093)
Ramayana ( रामायण ) (1389)
Gita Press ( गीता प्रेस ) (731)
Sahitya ( साहित्य ) (23031)
History ( इतिहास ) (8222)
Philosophy ( दर्शन ) (3378)
Santvani ( सन्त वाणी ) (2532)
Vedanta ( वेदांत ) (121)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist