पुस्तक के विषय में
संसार का आदि महाकाव्य है : रामायण | जिसके कालातीत संदेश ने हज़ारों वर्षो से मनुष्य को आदर्शों की और मोड़कर, प्रकाश की और प्रवृत्तरत किया है | सदाचार को सिंचित करके कर्तव्य पालन की और प्रेरित किया है |
इसी ग्रंथ में है, हमारे वैश्विक संघर्ष और समस्याओं के उत्तर | श्रीराम के प्रति दशरथ का अनन्य स्नेह, सीता का पतिव्रता धर्म, लक्ष्मण का समर्पण, भरत की निष्ठा, सुग्रीव की मित्रता, हनुमानजी का सेवकभाव तथा श्रीराम की पिता के प्रति आज्ञाकारिता, प्रज्ञा के प्रति प्रेम, दुष्टता को मिटा देने की दृढ़ता, प्रजा सुख के हेतु रामराज्य की स्थापना इत्यादि मूल्यों के द्वारा इस ग्रंथ में भारत देश के लिए ही नही, पुरे विश्व के लिए आदर्श समाधान प्रस्तुत है |
ग्रंथ का कथानक सर्वोत्तम, सरल एवं प्रेरक शैली में खा गया है जो हमारी नई पीढ़ी तथा वर्तमान युग में माता पिता के हृदय को छू लेता है | भारत के इस प्राचीन महाकाव्य को पड़ने की प्रेरणा देकर उन्हें अपनी प्राचीन विरासत को आत्मसात करने की उत्सुकता बढ़ाएँ, यही महर्षि वाल्मीकि तथा गोस्वामी तुलसीदासजी के प्रति हमारी सच्ची भावांजलि है |
Hindu (हिंदू धर्म) (12750)
Tantra (तन्त्र) (1020)
Vedas (वेद) (706)
Ayurveda (आयुर्वेद) (1915)
Chaukhamba | चौखंबा (3359)
Jyotish (ज्योतिष) (1474)
Yoga (योग) (1100)
Ramayana (रामायण) (1384)
Gita Press (गीता प्रेस) (729)
Sahitya (साहित्य) (23218)
History (इतिहास) (8317)
Philosophy (दर्शन) (3414)
Santvani (सन्त वाणी) (2584)
Vedanta (वेदांत) (121)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist