कविता लिखी नहीं जाती है अपितु समय व परिस्थितियों को देखकर स्वतः प्रस्फुटित हो जाती हैं। 'हे राम ! उतर आओ धरती पर' नामक इस कविता संग्रह में राष्ट्र-चिन्तन एवं रामायण के विविध पात्रों को लेकर लिखी हुई कविताएँ हैं। राम को संबोधित कर विविध समस्याओं के समानाधान हेतु प्रार्थना की गई है। राम भारत के आराध्य देव हैं। इनके सानिध्य को प्राप्त कर वानर, भालू योनि में जन्म लेकर भी महनीय कार्य कर परम गति को प्राप्त हुए। चाहे शबरी की भक्ति हो या फिर केवट का राम के प्रति प्रेम, यहाँ काव्य रूप में प्रस्फुटित होकर पाठक हेतु प्रस्तुत हैं। लेखक ने इस ग्रन्थ में इन समस्त भावों को काव्य रूप में प्रस्तुत किया है।
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