ज्योतिष के शास्त्रीय ग्रंथो के अनुसार ऐसा ज्योतिषविद जो सच आदर्शवादी, तथा गणित में प्रवीण हो वही भविष्य का पूर्व कथन करने में सक्षम है| ज्योतिष को दो भागो में बांटा गया है| गणित ज्योतिष तथा फलित ज्योतिष | गणित की नीव पर ही फलित की इमारत बनती व फलती-फूलती है| कोई भी ज्योतिषी जो स्वय गणित के आधार पर कुंडली निर्माण, वर्ग, दशा इत्यादि की गणना करता है, उसे उत्कृष्ट फलित कथन करने की एकाग्रता प्राप्त होती है | इसमें कोई संशय नहीं है|
खगोल एवं गणित ज्योतिष की यह सम्पूर्ण कृति है जो ज्योतिष से संबधित खगोलीय नियमों, कुंडली एवं वर्गों के निर्माण, विंशोतरी दशा, भाव, उपग्रह, पंचांग, ग्रह एवं भाव बल इतयादि पर वैज्ञानिक सूक्षमता से प्रकाश डालती है|
दीपक कपूर ज्योतिष विशारद, ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली में संकाय सदस्य है और वे प्रश्न कुंडली के विशेषज्ञ है| प्रश्न पर उनकी पुस्तक प्रश्न शास्त्र हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओ में प्रकाशित है|
For privacy concerns, please view our Privacy Policy
Hindu ( हिंदू धर्म ) (12491)
Tantra ( तन्त्र ) (986)
Vedas ( वेद ) (705)
Ayurveda ( आयुर्वेद ) (1890)
Chaukhamba | चौखंबा (3352)
Jyotish ( ज्योतिष ) (1442)
Yoga ( योग ) (1093)
Ramayana ( रामायण ) (1389)
Gita Press ( गीता प्रेस ) (731)
Sahitya ( साहित्य ) (23031)
History ( इतिहास ) (8222)
Philosophy ( दर्शन ) (3378)
Santvani ( सन्त वाणी ) (2532)
Vedanta ( वेदांत ) (121)
Send as free online greeting card
Email a Friend
Manage Wishlist